उत्तराखंड : एनएच का 50 मीटर हिस्सा जा समाया नदी में 17 घंटे रहा यातायात ठप
Kotdwar Duggada Highway: कोटद्वार और दुगड्डा के बीच एनएच का 50 मीटर हिस्सा भूस्खलन से ढह गया जिससे लंबे समय तक यातायात बाधित रहा, जिसके चलते छोटे वाहनों को रामणी बल्ली मार्ग के फेरे लगाने पड़े
उत्तराखंड में प्राकृतिक आपदाओं ने हमेशा ही प्रदेश में कहर ढाया है कुछ माह पूर्व बरसात में जहां समूचे उत्तराखंड में बाढ़ और भूस्खलन से अत्यधिक जान माल की हानि हो गई थी। वही अब एक एनएच का बड़ा हिस्सा ढह गया। जी हां मामला है पौड़ी गढ़वाल के कोटद्वार-दुगड्डा हाईवे(Kotdwar Duggada Highway )का जिसका आठ किमी के दायरे वाला क्षेत्र लगभग चार वर्ष से बदहाल स्थिति में पड़ा था। अभी कुछ दिन पहले यहां पुश्ते का निर्माण किया जा रहा था कि सोमवार देर रात करीब 11 बजे कोटद्वार-दुगड्डा के बीच खस्ताहाल हाईवे का करीब 50 मीटर हिस्सा भरभराकर खोह नदी में समा गया। जिसके चलते हाईवे पर 17 घंटे तक आवाजाही पूर्ण रूप से ठप रही। ऐसे में छोटे वाहनों को रामणी-बल्ली मार्ग के रास्ते दुगड्डा पहुंचने के लिए कई किमी का लंबा सफर तय करना पड़ा।
प्राप्त जानकारी के अनुसार पौड़ी गढ़वाल के कोटद्वार और दुगड्डा के बीच भूस्खलन से एन एच का 50 मीटर हिस्सा ढह कर नदी में जा समाया और इसके वजह से 17 घंटे यातायात पूरी तरह ठप भी रहा। वो तो गनीमत रही की उस समय सड़क पर कोई वाहन नहीं चल रहा था, नहीं तो कोई बड़ा हादसा हो सकता था। वहीं सड़क धंसने की सूचना मिलते ही एनएच विभाग और पुलिस के जवान मौके पर पहुंचे। बता दें की पहाड़ी को काटकर मंगलवार शाम चार बजे सड़क को यातायात के लिए खोल दिया गया है। बताते चलें कि वर्ष 2018 में आई बाढ़ के कारण खोह नदी के उफान के कारण कोटद्वार-दुगड्डा के बीच हाईवे पर आधा दर्जन डेंजर जोन बने हुए हैं।