उत्तराखण्ड : बदमाशों ने चाकू की नोंक पर रोडवेज बस परिचालक से 52 हजार रुपये और मोबाइल लूटे
आमतौर पर शांतिप्रिय स्थल समझे जाने वाले राज्य के पर्वतीय भूभाग में भी अब अपराधियों ने अपनी जड़ें जमा ली है। या यूं कहें कि पर्वतीय क्षेत्रों में भी गुण्डा गर्दी इस कदर अपनी जड़ें जमा चुकी है कि अब यहां भी लूटपाट की घटनाएं आम होने लगी है। सामान्य जनमानस को तो छोड़िए अब यहां सरकारी कर्मचारी भी इन लुटेरों से नहीं बच पा रहे हैं। वैसे आपने यात्रियों के साथ होने वाली लूटपाट की खबरें तो खूब पढ़ी होगी लेकिन यहां तो अब उत्तराखंड परिवहन निगम के परिचालक को ही चाकू की नोंक पर लूट लिया गया। जी हां… यह चौंका देने वाली घटना राज्य के पिथौरागढ़ जिले की है जहां बस का परिचालक उस समय लूटेरों का शिकार हुआ जब वह बस में सो रहा था और इसी बीच दो नकाबपोश बदमाशों ने उसे लूट लिया। वैसे अगर राज्य के मैदानी क्षेत्रों में यह घटना हुई होती तो हमें उतना आश्चर्य नहीं होता परन्तु राज्य के पर्वतीय क्षेत्र में हुई यह घटना इस बात का जीता जागता उदाहरण है कि शांतिप्रिय पर्वतीय क्षेत्रों में भी अब अपराध किस कदर हावी होने लगें हैं।
प्राप्त जानकारी के अनुसार पिथौरागढ़ जिले के धारचूला तहसील मुख्यालय में स्थित गांधी चौक के पास खड़ी बस में सो रहे एक परिचालक से लूटेरों ने चाकू की नोक पर 52 हजार रुपये और मोबाइल फोन लूट लिया। बताया गया है कि इसके साथ ही लुटेरे परिचालक के बैग में रखे टिकट भी अपने साथ ले गए। घटना धारचूला से दिल्ली चलने वाली रोडवेज बस की है जो कल रात्रि दिल्ली से वापस धारचूला लौटी थी। बस को गांधी चौक के पास खड़ी करवाने के बाद परिचालक कुलदीप सिंह खाना खाने चला गया और रात नौ बजे वापस बस में आकर बस के भीतर ही सो गया। परिचालक के अनुसार रात के करीब साढ़े बारह बजे दो अज्ञात नकाबपोश बस के भीतर घुस आए। इनमें से एक ने परिचालक की गर्दन पर चाकू रख दिया और दूसरा परिचालक के बैग में रखी नकदी, और मोबाइल फोन निकालने लगा। इतना ही नहीं वह बैग में रखे टिकट भी निकालकर अपने साथ ले गया और फिर दोनों लुटेरे वहां से फरार हो गए। घटना से परिचालक कुलदीप के होश ही उड़ गए और वह उसी समय थाने पहुंचा और घटना की सूचना पुलिस को दी। पुलिस ने तुरंत लुटेरों की धरपकड़ के तलाशी अभियान चलाया परंतु उन्हें अभी तक कोई सफलता नहीं मिली है।