उत्तराखण्ड रोडवेज बस के ब्रेक फेल, चालक ने मौके पर दिखाई सूझबूझ, बच गई 15 यात्रियों की जिंदगी
Uttarakhand transport corporation: गनीमत रही कि चालक ने सूझबूझ का परिचय देते हुए बस को खाई के विपरीत दिशा में स्थित पहाड़ी से टकरा दिया अन्यथा एक बड़ा हादसा हो सकता था।
उत्तराखण्ड परिवहन निगम (Uttarakhand transport corporation) आए दिन सुर्खियों में ही रहता है कभी चालक फर्जी टिकट बुक के साथ तो कभी नशे में धुत लेकिन आज रोडवेज के चालक ने ऐसा सराहनीय कार्य किया जो वाकई बेमिसाल है। राज्य के नैनीताल जिले से सड़क हादसे की खबर आ रही है जहां एक बस के ब्रेक फेल होने से एक बड़ा हादसा होते-होते बचा है। वो तो गनीमत रही कि चालक ने सूझबूझ का परिचय देते हुए बस को खाई के विपरीत दिशा में स्थित पहाड़ी से टकरा दिया अन्यथा एक बड़ा हादसा हो सकता था, जिसमें जान-माल के नुक़सान का भय भी बना रहता। कुल मिलाकर एक बार फिर चालक की सूझबूझ ने 15 यात्रियों की जान बचा ली। हादसे के बाद बस सवार यात्री भी चालक की तारीफों के पुल बांधते हुए नहीं तक रहे हैं उनका कहना है कि चालक की सूझबूझ ने देवदूत बनकर उनकी जान बचा ली।
प्राप्त जानकारी के अनुसार रामनगर डिपो की एक बस (यूके 07 टीए 3227) सराईखेत से वाया रामनगर होते हुए दिल्ली जा रही थी। जैसे ही बस मार्ग में स्थित मरचूला के पास पहुंची तो एकाएक बस के ब्रेक फेल हो गए। उस समय बस में 15 यात्री सवार थे। बस के ब्रेक होने की बात सुनकर जहां सभी यात्रियों की सांस अटकने गई वहीं बस चालक विजय सिंह ने पहले तो बस को रोकने का प्रयास किया परन्तु जब वह इसमें असफल रहे तो उन्होंने बस को पहाड़ी से टकराकर सूझबूझ का परिचय देते हुए 15 मासूम जानों को मौत की बलि चढ़ने से बचा लिया। बताते दें कि जिस जगह पर बस का ब्रेक फेल हुआ वहां पर सड़क किनारे एक ओर पहाड़ी थी तो दूसरी ओर गहरी खाई। अगर चालक ने समय रहते सूझबूझ का परिचय देते हुए बस को पहाड़ी से नीचे टकराया होता तो बस खाई में भी समां सकती थी जिससे एक बड़ा हादसा होता जिसके दर्दनाक परिणाम की कल्पना भी नहीं की जा सकती। हालांकि बस के पहाड़ी से टकराने से बस का शीशा पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया परन्तु चालक की सूझबूझ से किसी भी यात्री को खरोंच तक नहीं आई।