उत्तराखण्ड : बर्फबारी से सड़के खुली भी नहीं और मौसम विभाग ने फिर किया इन जिलों को अलर्ट
देवभूमि उत्तराखंड में मौसम का कहर थमने का नाम नहीं ले रहा है। पहाड़ों में कंपकंपाती ठंड है तो मैदानी क्षेत्रों में कोहरे की मार… पर्वतीय क्षेत्रों में बीते दो-तीन दिन पूर्व अच्छी खासी बर्फबारी के बाद जहां लोगों को मौसम के खिल उठने की उम्मीद थी वहीं बर्फ पिघलने से पहले ही जारी मौसम विभाग का यह पूर्वानुमान उनकी परेशानी को और बढ़ाने वाला है। दो दिन कड़क धूप के बाद जहां बीते रविवार को दिनभर बादलों और धूप के बीच आंख-मिचौली का खेल जारी रहा वहीं मौसम विभाग की ओर से सोमवार 13 जनवरी को प्रदेशभर में बारिश, बर्फबारी और ओलावृष्टि का अलर्ट जारी किया गया है। बता दें कि पर्वतीय क्षेत्रों में अभी भी कई मोटरमार्ग ऐसे हैं जिनमें बर्फ की वजह से यातायात सुचारू नहीं हैं। गंगोत्री और यमुनोत्री हाईवे, धनौल्टी मार्ग एवं मुनस्यारी मोटरमार्ग अभी तक अवरूद्ध पड़े हुए हैं।
मौसम विभाग की ओर से जारी पूर्वानुमान के अनुसार सोमवार को जहां देहरादून, हरिद्वार, ऊधमसिंह नगर, पौड़ी और नैनीताल में बारिश के साथ ही ओलावृष्टि हो सकती है वहीं 3000 मीटर से अधिक ऊंचाई वाले विशेषकर उत्तरकाशी, रुद्रप्रयाग, पिथौरागढ़ और चमोली जिलों में बर्फबारी की संभावना है। बता दें कि बीते 8 जनवरी को पर्वतीय क्षेत्रों में जहां भारी बर्फबारी से ठंड बढ़ गई थी वहीं मैदानी क्षेत्रों में इसके बाद चली शीतलहर ने ठंड में इजाफा किया था। पिछली बार कहीं-कहीं तो इतनी अधिक बर्फबारी हुई थी कि अभी तक मोटरमार्ग अवरूद्ध पड़े हैं और उनमें यातायात सुचारू नहीं हो सका है। इस बर्फबारी से जहां चमोली व रुद्रप्रयाग के 60 से अधिक गांव अभी भी अलग-थलग पड़े है वहीं उत्तरकाशी जिले के 110 से अधिक गांवों में बिजली की सप्लाई पूरी तरह बाधित है। यही हाल कुमाऊं मंडल का भी है जहां बर्फबारी के चलते बंद हुई मुनस्यारी सड़क नौ दिन बाद भी नहीं खुल सकी है। वहीं मैदानी क्षेत्रों में भी कोहरे के कारण ठंड में इजाफा हुआ है।