बधाई: नैनीताल के जीतेन्द्र बने भारतीय सेना में लेफ्टिनेंट, बढ़ाया नायब सूबेदार पिता का मान
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Jitendra Jalal Lieutenant army: ओटीए चेन्नई से पास आउट होकर बतौर लेफ्टिनेंट भारतीय सेना में सम्मिलित हुए जीतेंद्र, माता-पिता ने सजाएं कंधों पर सितारे….
Jitendra Jalal Lieutenant army: राज्य के होनहार युवा आज किसी भी क्षेत्र में पीछे नहीं हैं। खासतौर पर लगातार सैन्य क्षेत्रों में सम्मिलित होते उत्तराखण्ड के युवाओं का कोई सानी नहीं है। राज्य के ये होनहार युवा सेना में भर्ती होकर न केवल अपने परिवार की सैन्य परम्परा को आगे बढा रहे हैं बल्कि अपने परिजनों के साथ समूचे प्रदेश का भी मान बढ़ा रहे हैं। आज हम आपको राज्य के एक और ऐसे ही होनहार युवा से रूबरू कराने जा रहे हैं जो भारतीय सेना में लेफ्टिनेंट बन गए हैं। जी हां… हम बात कर रहे हैं मूल रूप से राज्य के नैनीताल जिले के गरमपानी क्षेत्र के धनियाकोट गांव निवासी जीतेन्द्र सिंह जलाल, जो बीते दिनों ओटीए चेन्नई में आयोजित हुई पासिंग आउट परेड में अंतिम पगबाधा पार कर बतौर लेफ्टिनेंट भारतीय सेना में शामिल हो गए हैं। जीतेन्द्र की इस अभूतपूर्व उपलब्धि से जहां उनके परिवार में हर्षोल्लास का माहौल है वहीं उन्हें बधाई देने वालों का भी तांता लगा हुआ है।
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देवभूमि दर्शन से खास बातचीत Jitendra Jalal Lieutenant haldwani:-
Jitendra Jalal Lieutenant Nainitalदेवभूमि दर्शन से खास बातचीत में जीतेन्द्र के मामा भास्कर बिष्ट ने बताया कि जीतेन्द्र का परिवार मूल रूप से राज्य के नैनीताल जिले के गरमपानी क्षेत्र के धनियाकोट गांव का रहने वाला है तथा वर्तमान में नैनीताल जिले के हल्द्वानी तहसील क्षेत्र के खेमपुर में रहता है। एक सैन्य परिवार से ताल्लुक रखने वाले जीतेन्द्र ने अपनी प्रारम्भिक शिक्षा केंद्रीय विद्यालय हल्द्वानी से प्राप्त करने के उपरांत एमबीपीजी कालेज हल्द्वानी से स्नातक की डिग्री हासिल की है। उनके पिता बीरेंद्र सिंह जलाल जहां भारतीय सेना की 8 कुमाऊं रेजिमेंट से नायब सूबेदार के पद से सेवानिवृत्त हैं तथा वर्तमान में डीएससी (रक्षा एवं सुरक्षा कोर) में अपनी सेवाएं दे रहे हैं वहीं उनकी मां एक कुशल गृहिणी हैं। चेन्नई में पासिंग आउट परेड के दौरान सम्मिलित हुए जीतेंद्र के माता-पिता ने स्वयं बेटे के कंधों पर सितारे सजाकर उन्हें भारतीय सेना को समर्पित किया। भास्कर ने बताया कि जीतेन्द्र ने अपनी कड़ी मेहनत से यह अभूतपूर्व उपलब्धि हासिल की है। जीतेन्द्र बचपन से ही देश सेवा के जरिए अपने परिवार के साथ ही समूचे प्रदेश का नाम भी रोशन करना चाहता है।