Anjali Rawat KVM school haldwani : केवीएम स्कूल की छात्रा अंजलि हादसे का हुई शिकार या कोई बड़ा कारण अब भी कई सवाल बरकरार, अंजलि की सहेलियों ने राज से उठाया पर्दा,..
Anjali Rawat KVM school haldwani : गौरतलब हो कि बीते गुरुवार को नैनीताल जिले के हल्द्वानी शहर से एक हृदय विदारक खबर सामने आ आई थी जहाँ पर चिल्ड्रन डे के अवसर पर हल्द्वानी के केवीएम स्कूल के करीब 250 छात्र-छात्राएं चार बसों में सवार होकर स्कूल प्रबंधकों की देखरेख में बरेली के फन सिटी घूमने के लिए गए थे। तभी इस दौरान नैनी व्यू कि निवासी 17 वर्षीय अंजली रावत स्लाइडिंग करते हुए अचानक से पूल मे गिरकर डूब गई जिसके चलते उसकी जिंदगी चली गई।
KVM school girl Anjali rawat : जहां एक ओर अंजलि की मौत पर स्कूल प्रबंधन का कहना था कि अंजलि फन पार्क में अचानक गश खाकर पूल मे गिर पड़ी थी वहीं दूसरी ओर अंजलि की सहेलियों ने पुलिस को बताया कि अंजलि फन पार्क में नहाने के लिए उतरी थी और इसी दौरान वह पानी में डूब गई थी जिसके चलते पोस्टमार्टम में भी अंजलि के पेट में पानी पाया गया। अब अंजलि की मौत पर बड़ा सवाल यह उठ रहा है कि आखिर स्कूल वालों ने इतना बड़ा झूठ क्यों बोला और जिस दौरान यह हादसा घटित हुआ उस दौरान स्कूल प्रबंधन कहाँ था। इन तमाम सवालों के जवाब अब भी आने बाकी है। यह भी पढ़ें- Anjali rawat KVM School haldwani: हल्द्वानी अंजली पिता ने स्कूल पर की FIR उठाए कई सवाल
haldwani school girl Anjali rawat अभी तक मिली जानकारी के अनुसार नैनीताल जिले के हल्द्वानी शहर स्थित केवीएम स्कूल की चार बसें करीब 250 बच्चों व दूसरा स्टाफ 170 बच्चों को लेकर बीते गुरुवार यानि 14 नवंबर की सुबह चिल्ड्रन डे के मौके पर स्कूल की उप प्रधानाचार्य एकता साह, रमेश चंद्र गुरुरानी, रेनू कोलिया आदि के नेतृत्व में स्कूल टूर पर बरेली फन सिटी गए हुए थे। जिसमें कक्षा 9 से लेकर 12वीं तक के छात्र शामिल थे। तभी जैसे ही सभी फन सिटी पहुंचे तो बच्चे झूले पूलों आदि का आनंद लेने लगे। इसी बीच स्कूल प्रबंधनों ने बताया कि हल्द्वानी के मुखानी थाना क्षेत्र के जयसिंह भगवानपुर इलाके के नैनी व्यू कॉलोनी की निवासी कक्षा 12वीं में पढ़ने वाली छात्रा 17 वर्षीय अंजलि स्लाइडिंग कर रही थी और स्लाइडिंग करने के दौरान उन्हें अचानक से दौरा पड़ गया और जिसके कारण वह पूल मे डूब गई। जिसके चलते उन्हें अस्पताल लाया गया जहां पर उन्होंने दम तोड़ दिया। यह भी पढ़ें- Haldwani school girl Anjali Rawat: हल्द्वानी में स्कूल टूर पर गई छात्रा की चली गई जिंदगी
haldwani Anjali rawat news today बताते चलें कि अंजलि की मौत के बाद अंजलि के शव को एंबुलेंस द्वारा उनके घर ले जाया गया जहां पर एंबुलेंस का विरोध होने पर वे शव को छोड़कर फरार हो गए थे । वही अंजलि के पिता का कहना था कि उनकी बेटी पूरी तरह से स्वस्थ थी जिसके चलते उन्होंने स्कूल प्रबंधन के खिलाफ तहरीर देते हुए मुकदमा दर्ज करवाया था वही 15 नवंबर को मुखानी पुलिस ने स्कूल प्रबंधन पर गैर इरादतन हत्या की धारा मे जीरो प्रथम सूचना रिपोर्ट FIR दर्ज की थी। जो अब बरेली के इज्जत नगर थाने को ट्रांसफर होगी क्योंकि यह घटना वही घटित हुई थी। यह भी पढ़ें- Pithoragarh school holiday news: पिथौरागढ़ में तीन दिन बंद रहेंगे सभी स्कूल
बताया जा रहा है कि बीते शनिवार को अंजलि के साथ गई दोस्तों से पुलिस ने पूछताछ की तो इस दौरान उनकी सहेलियों ने बताया कि बहुत सारे बच्चे ड्रेस चेंज कर फन पार्क में नहाने के लिए गए थे जिनमे अंजलि भी शामिल थी और वह नहाने के दौरान पानी में जाते ही डूब गई थी। उसके बेहोश होने के बाद स्कूल प्रबंधन ने उसे अस्पताल पहुंचाया था जहां पर डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया था। वही जब स्कूल प्रबंधन से पूछा गया था तो उन्होंने बताया कि अंजलि को दौरा पड़ा था जिसके कारण वह पूल मे डूब गई थी अब ऐसे में बड़ा सवाल यह उठता है कि स्कूल प्रबंधन द्वारा आखिर सच्च क्यों छुपाया गया। ऐसे में अंजली की मौत पर उनके घर वालों का संदेह होना लाजमी है इतना ही नहीं बल्कि धीरे धीरे अब कई सारे राज खुलने लगे हैं। बताया जा रहा है कि अंजलि की पोस्टमार्टम रिपोर्ट में उनके पेट में पानी पाया गया है हालांकि अभी पोस्टमार्टम की फाइनल रिपोर्ट आना बाकी है लेकिन प्राथमिक रिपोर्ट से स्पष्ट हो रहा है कि अंजलि पानी में काफी देर तक डूबी रही होगी। यह भी पढ़ें- उत्तराखंड रोडवेज बसों की दिल्ली में नो एंट्री, यात्रियों की हो रही जमकर फजीहत
इन सवालों के जवाब अब भी बाकी:-
० फन पार्क में बच्चों को नहाने के लिए उतारा गया तो निगरानी में लापरवाही आखिर क्यों बरती गई?
० अंजलि नहाने के दौरान जब डूब गई थी तो वह छटपटाई होगी लेकिन स्कूल प्रबंधन की नजर उस पर क्यों नहीं पड़ी?
० आखिर स्कूल प्रबंधन और छात्राओं के बयान एक दूसरे से क्यो नही खा रहे मेल?
० स्कूल वालो ने क्यों छुपाया सच ?
० स्कूल प्रबंधन क्या छुपाना चाह रहा है अपनी लापरवाही?