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Uttarakhand news: grandmother and granddaughter flow in Kali river of pithoragarh district uttarakhand

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उत्तराखंड: पहाड़ से दुखद खबर, नदी के तेज बहाव में बही मुंडन संस्कार में शामिल होने ग‌ई दादी-पोती

Uttarakhand: पिथौरागढ़ (Pithoragarh) जिले के झूलाघाट क्षेत्र में दर्दनाक हादसा, काली नदी (Kali River) में बही दादी और पोती, पुलिस कर रही है तलाश..

राज्य (Uttarakhand) के पिथौरागढ़ (Pithoragarh) जिले से एक दुखद खबर आ रही है जहां झूलाघाट में बीते रविवार को एक किशोर के मुंडन संस्कार में शामिल होने गईं दादी और पोती काली नदी (Kali River) के तेज बहाव में बह ग‌ई। हादसे से जहां परिजनों में कोहराम मच गया वहीं घटना की सूचना मिलने के बाद तुरंत घटनास्थल पर पहुंची पुलिस और एसडीआरएफ की टीमों ने दादी-पोती को ढूंढने के लिए रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया है। फिलहाल अभी तक दोनों का कोई पता नहीं चल पाया है। बता दें कि इस तरह का यह कोई पहला वाकया नहीं है बल्कि पिछले तीन साल में ही काली नदी में कई लोग डूब चुके हैं बावजूद इसके प्रशासन मूकदर्शक बना हुआ है। इसका अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि अभी तक‌ काली नदी‌ के किनारे चेतावनी बोर्ड तक नहीं लगाए गए हैं।
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पोती को नदी में बहता देखकर उसे बचाने के लिए दादी तारा देवी ने भी नदी में लगा दी छलांग, परिवार में मचा कोहराम:-

प्राप्त जानकारी के अनुसार मूल रूप से राज्य के पिथौरागढ़ जिले के झूलाघाट क्षेत्र के सीमूं गांव में सुरेश रावत का परिवार रहता है। मेहनत मजदूरी कर आजीविका चलाने वाले सुरेश के परिवार में उसकी पत्नी रेनू रावत, उसके दो बच्चों (तीसरी में पढ़ने वाली बेटी लतिका तथा आठवीं में पढ़ने वाला बेटा) के साथ ही सुरेश की मां तारा देवी भी रहती है। बताया गया है कि बीते रविवार को दोनों दादी-पोती गांव के ही एक किशोर के मुंडन संस्कार में सम्मिलित होने के लिए काली नदी के किनारे स्थित प्रसिद्ध तीर्थस्थल लाटेश्वर मंदिर‌ गई थी। प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक मुंडन संस्कार संपन्न होने के बाद दोपहर 12 बजे के आसपास लतिका को पानी की प्यास लगी, जिस पर वह पानी पीने के लिए काली नदी‌ के किनारे चली गई, इसी दौरान उसका पांव फिसल गया और लतिका काली नदी के तेज बहाव में बहने लगी।‌ पोती को बहता देखकर तारा देवी ने भी उसे बचाने के लिए नदी में छलांग लगा दी, जिससे वह भी नदी में बहने लगी। हादसे की खबर से परिवार में कोहराम मच गया, लतिका की मां रेनू रावत सहित अन्य परिजनों की आंखों से आंसू थमने का नाम नहीं ले रहे हैं।

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