उत्तराखण्ड: पहाड़ में गाय को बचाने के लिए खुद ही भिड़ गई महिला खुखांर तेंदुए से…
पहाड़ में तेंदुए (Leopard) ने किया गाय पर हमला तो महिला ने दिया साहस का परिचय, महिला की हिम्मत देखकर जंगल में भाग गया तेंदुआ..
उत्तराखंड के पर्वतीय इलाकों की समस्याएं जितनी जटिल है उतने ही मेहनती और निर्भीक वहां के लोग हैं। समय-समय पर ऐसे कई उदाहरण सामने आते रहते हैं जो न सिर्फ पहाड़ के वाशिंदों की निडरता और साहस को दिखाते हैं बल्कि सरकार को आईना दिखाने वाले इन लोगों को समाज का प्रेरणा स्त्रोत भी बनाते हैं। आज हम आपको पहाड़ की एक और ऐसी ही महिला से रूबरू करा रहे हैं जो अपनी गाय को बचाने के लिए तेंदुए (Leopard) से भिड़ गई। जी हां.. हम बात कर रहे हैं राज्य के नैनीताल जिले की रहने वाली सरस्वती देवी की, जिन्होंने तेंदुए का निडरता से सामना कर उसे भागने के लिए मजबूर कर दिया। हालांकि तेंदुए के हमले से घायल भी हो गई परंतु अपने साहस का परिचय देकर उसने न सिर्फ अपनी गाय को सुरक्षित बचा लिया बल्कि महिला की निडरता और साहस को देखकर तेदुआ जंगल की ओर भाग गया। महिला के चीखने-चिल्लाने की आवाज सुनकर आस-पास के लोगो ने उसे घायलावस्था में नजदीकी अस्पताल पहुंचाया, जहा उसकी हालत अब खतरे से बाहर है।
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तेंदुए के हमले से घायल हुई सरस्वती, मुंह और नाक में लगे हैं दस टांके, ग्रामीणों ने उठाई गांव में पिंजरा लगाने की मांग..
प्राप्त जानकारी के अनुसार राज्य के नैनीताल जिले के मलुवाताल ग्राम पंचायत के देवकाधूरा तोक में रहने वाले नवीन दुमका की गौशाला में बीते रविवार की देर रात एक तेंदुए ने हमला कर दिया। देर रात में गाय के लगातार रम्भाने की आवाज सुनकर नवीन की पत्नी सरस्वती उठकर गौशाला में गयी। गोशाला में पहुंचकर सरस्वती देवी ने देखा कि एक तेंदुआ (Leopard) उनकी गाय पर हमला कर रहा है। ऐसी स्थिति में कोई भी डरकर भाग सकता है परन्तु सरस्वती देवी ने बिना वक्त गंवाए अपनी गाय को बचाने का प्रयास किया और निडरता से तेंदुए का सामना करने लगी। यह देखकर तेंदुए ने सरस्वती देवी पर भी हमला कर दिया लेकिन सरस्वती के द्वारा हल्ला मचाने से तेंदुआ गाय को छोड़कर जंगल की ओर भाग गया। लेकिन तेंदुए के हमले से सरस्वती घायल हो गई। बताया गया है कि घायल सरस्वती देवी अस्पताल में भर्ती है जहां उनके मुंह और नाक पर दस टांके लगे हैं। क्षेत्रवासी जहां सरस्वती देवी के साहस की प्रशंसा कर रहे हैं वहीं उन्होंने वन विभाग से तेंदुए को पकड़ने के लिए गांव में पिंजरा लगाने तथा पीड़ित परिवार को मुआवजा देने की मांग की है।
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